ताज़ा खबरें
'संघर्ष विराम में नहीं थी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता': विदेश सचिव मिस्री
मंत्री शाह को सुप्रीम कोर्ट की फटकार, जांच के लिए एसआईटी गठित

नई दिल्‍ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना से फोन पर बात कर कहा कि ढाका हमले के बाद इस दुख की घड़ी में भारत उनके साथ है और इस हमले से हुई तकलीफ को शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता। प्रधानमंत्री ने ढाका में एक रेस्तरां पर हुए आतंकवादी हमले के संदर्भ में ट्वीट किया, ‘‘ढाका के हमले से हुई तकलीफ को हम शब्दों में बयां नहीं कर सकते।’’ इस हमले में 24 लोग मारे गये। मोदी ने कहा कि उन्होंने हसीना से बात की और घृणित हमले की कड़ी निंदा की। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘भारत इस दुख की घड़ी में बांग्लादेश के हमारे भाइयों और बहनों के साथ मजबूती से खड़ा है। शोकसंतप्त परिवारों के साथ मेरी संवेदनाएं हैं। मैं दुआ करता हूं कि घायल हुए लोग जल्दी स्वस्थ हों।’’ आतंकवादियों ने शुक्रवार रात उच्च सुरक्षा वाले राजनयिक इलाके में स्थित रेस्तरां पर हमला किया जहां विदेशी लोग बड़ी संख्या में आते हैं।

नई दिल्ली: वित्त मंत्री अरुण जेटली की संपत्ति वित्त वर्ष 2015-16 में 2.83 करोड़ रुपये कम हो गई। बैंक खाते में नकदी कम होने से उनकी संपत्ति 68.41 करोड़ रुपये रह गई। प्रधानमंत्री कार्यालय की वेबसाइट पर डाले गये संपत्ति के ब्यौरे के अनुसार जेटली ने कहा है कि पिछले वित्त वर्ष के दौरान आवासीय भवन और भूखंड सहित उनकी अचल संपत्ति का मूल्य 34.49 करोड़ रुपये पर एक साल पहले के बराबर ही रहा है। ब्यौरे के अनुसार उनके चार बैंकों के खातों में बकाया राशि 3.52 करोड़ रुपये से घटकर एक करोड़ रुपये रह गई। इसके अलावा डीसीएम श्रीराम कंसोलिडेटिड लिमिटेड और एंप्रो ऑयल लिमिटेड सहित अन्य कंपनियों में उनकी जमाराशि 17 करोड़ रुपये पर अपरिवर्तित रही। जेटली के पास उपलब्ध नकदी जो कि मार्च 2015 में 95.35 लाख रुपये थी वह मार्च 2016 में घटकर 65.29 लाख रुपये रह गई। पीपीएफ और अन्य निवेशों को मिलाकर यह राशि 11 करोड़ रुपये रह गई जो कि एक साल पहले 11.24 करोड़ रुपये थी। उनके पास जो सोना, चांदी और हीरे हैं उनका मूल्य मार्च 2016 में बढ़कर 1.86 करोड़ रुपए हो गया जो पिछले साल मार्च में 1.76 करोड़ रुपये था।

नई दिल्ली: प्रधान न्यायाधीश टी एस ठाकुर ने शनिवार को कहा कि भारत जैसे विकासशील देशों की तुलना में विकसित देश अधिक कार्बन का उत्सर्जन कर रहे हैं। उन्होंने यह बात मानवाधिकारों और पर्यावरण की रक्षा के लिए बेहद प्रभावकारी औजार के तौर पर अंतरराष्ट्रीय कानून के महत्व पर जोर देते हुए कही। मौजूदा परिदृश्य में अंतरराष्ट्रीय कानून के महत्व पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया में अधिकार क्षेत्र को लेकर टकराव के युग में यह उपयुक्त समय है कि ‘हम खुद को नदी जल विवाद, अंतरिक्ष कानून, शरणार्थी कानून, बच्चों की कस्टडी जैसे मुद्दों का निराकरण करने के लिए तैयार करें।’ ठाकुर इंटरनेशनल लॉ एसोसिएशन द्वारा आयोजित एक संगोष्ठी को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा, ‘दुनिया कानूनों के प्रवर्तन की एकीकृत व्यवस्था प्रदान करने के लिए करीब आ रही है---हमें न सिर्फ कानून के मामले में खुद को तैयार करना चाहिए बल्कि क्षमता के मामले में भी खुद को तैयार करना चाहिए ताकि जब भी पैदा हो तो हम अंतरराष्ट्रीय मुद्दों का निराकरण कर सकें।’ पर्यावरण के संदर्भ में विकसित देशों का उल्लेख करते हुए ठाकुर ने कहा, ‘अगर आज आप ओजोन परत के क्षरण को देखें तो यह इसलिए नहीं है कि भारत उभर रहा है या यह अपनी उर्जा जरूरतों के लिए कोयला पर निर्भर है बल्कि ऐसा इसलिए है क्योंकि औद्योगीकृत देश पिछले 200 वषरें से कार्बन का उत्सर्जन कर रहे हैं।’

ढाका: ढाका में हुए हमले में जिन 20 विदेशियों की मौत हुई है उनमें भारतीय युवती भी शामिल है। इस बात की जानकारी विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने ट्विटर पर दी है। अपने ट्वीट में सुषमा ने लिखा है 'मुझे यह बताते हुए बहुत दुख हो रहा है कि ढाका हमले में तरिषी की मौत हो गई है। तरिषी उन लोगों में शामिल थी जिन्हें आतंकियों ने बंधक बना लिया था।' स्वराज ने आगे लिखा 'मैंने उनके पिता संजीव जैन से बात की है और सहानुभूति प्रकट की है। दुख की इस घड़ी में पूरा देश उनके साथ है।' साथ ही स्वराज ने ट्विटर पर यह भी लिखा है कि परिवार के वीज़ा का इंतज़ाम किया जा रहा है और उनके अधिकारी काम पर लगे हुए हैं। विदेश मंत्री ने ट्विटर पर यह भी बताया है कि '19 साल की तरिषी जैन कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी की छात्रा थी।' विदेश मंत्रालय से प्राप्त जानकारी के मुताबिक छात्रा के पिता पिछले 15-20 साल से बांग्लादेश में कपड़ों का व्यवसाय कर रहे हैं। यह भी बताया जा रहा है कि हमले के दौरान बंधक बनाए गए लोगों में एक भारतीय डॉक्टर भी शामिल थे लेकिन बंगाली भाषा जानने की वजह से उन्हें छोड़ दिया गया। छुड़ाए गए बंधकों में 3 विदेशी नागरिक गौरतलब है कि बांग्लादेश की राजधानी ढाका में शुक्रवार रात उच्च सुरक्षा वाले गुलशन राजनयिक क्षेत्र स्थित लोकप्रिय रेस्तरां में इस्लामिक स्टेट (ISIS) के आतंकवादियों ने हमला कर दिया और 35 लोगों को बंधक बना लिया।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख