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श्रीनगर: हैदरपोरा मुठभेड़ में पुलिस की कार्रवाई पर दो पूर्व मुख्यमंत्रियों ने सवाल उठाए हैं। इस मामले पर दो पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती और फारूक अब्दुल्ला ने पुलिस पर निशाना साधते हुए कहा है कि जांच मनगढ़ंत है और इसकी न्यायिक जांच होनी चाहिए। साथ ही हैदरपोरा मुठभेड़ में मारे गए लोगों के परिजनों ने भी पुलिस की रिपोर्ट को गलत बताया है। वहीं इस मामले पर जम्मू-कश्मीर पुलिस ने चेतावनी देते हुए शुक्रवार को कहा है कि राजनेताओं और मीडिया को पुलिस जांच रिपोर्ट की आलोचना करने का कोई अधिकार नहीं है। इस मामले पर पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने कहा है कि हैदरपोरा मुठभेड़ की जांच पारदर्शी थी और वह नेताओं की आलोचना से "आहत महसूस" करते हैं। उन्होंने कहा कि हम बयानों से आहत महसूस करते हैं। अगर उनके पास सबूत हैं, तो उन्हें इसे जांच पैनल के सामने पेश करना चाहिए। उनकी टिप्पणी गैरकानूनी है और कानून अपना काम करेगा।

पुलिस ने नेताओं को 15 नवंबर को हुए विवादास्पद मुठभेड़ में विशेष जांच दल (एसआईटी) द्वारा जांच रिपोर्ट के खिलाफ उनके बयानों के लिए दंडात्मक कार्रवाई की चेतावनी दी है।

जम्मू: जम्मू-कश्मीर के माता वैष्णो देवी मंदिर में भगदड़ मचने से 12 तीर्थयात्रियों की मौत हो गई है, जबकि 14 श्रद्धालु घायल हो गए हैं। अधिकारियों ने बताया कि श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के कारण भगदड़ हुई। ये घटना त्रिकुटा पहाड़ियों पर स्थित मंदिर के गर्भगृह के बाहर हुई। हादसा अहले सुबह करीब 2.45 बजे हुई।

अधिकारियों ने बताया कि भगदड़ उस समय हुई जब नए साल की शुरुआत के मौके पर श्रद्धासुमन अर्पित करने पहुंचे श्रद्धालुओं की भारी भीड़ वैष्णो देवी भवन में जमा हो गई। वरिष्ठ अधिकारी और श्राइन बोर्ड के प्रतिनिधि मौके पर पहुंच चुके हैं।

वरिष्ठ अधिकारियों ने पुष्टि की है कि भगदड़ में 12 तीर्थयात्रियों की मौत हो गई और कम से कम 14 अन्य घायल हुए हैं। उन्होंने कहा, "सभी घायलों को नजदीकी अस्पताल ले जाया गया है।" अधिकारी ने कहा कि घायलों में से कई की हालत "गंभीर" बताई जा रही है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भगदड़ की घटना पर दुख जताया है। उन्होंने उप राज्यपाल मनोज सिन्हा और केंद्रीय मंत्रियों जितेंद्र सिंह और नित्यानंद राय से बात की और हालात का जायजा लिया।

नई दिल्ली: जम्मू और कश्मीर में सुरक्षा बलों ने आतंकवादियों पर करारा प्रहार किया है। श्रीनगर में हुई एक मुठभेड़ के दौरान सुरक्षा बलों ने तीन आतंकवादियों को ढेर कर दिया है। पुलिस की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक इस एनकाउंटर में 4 जवान भी घायल हुए हैं। शुक्रवार को पुलिस ने बताया कि यह एनकाउंटर गुरुवार को श्रीनगर के पांथा चौक इलाके में हुआ है। पुलिस के मुताबिक मुठभेड़ उस वक्त शुरू हुई जब सुरक्षा बल के जवानों ने इस इलाके में सर्च अभियान चलाया था।

पुलिस के मुताबिक जब जवानों ने इस इलाके को पूरी तरह घेर लिया तब अचानक छिपे आतंकवादियों ने उनपर भारी गोलीबारी शुरू कर दी। जम्मू और कश्मीर पुलिस के मुताबिक अचानक हुई इस गोलीबारी में पुलिस के तीन जवान और एक सीआरपीएफ के जवान घायल हो गए। सभी घायल जवानों को इलाज के लिए तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया। हालांकि, इस दौरान सुरक्षा बलों ने भी मोर्चा संभाल लिया। कश्मीर के आईजी विजय कुमार, ने इस बात की पुष्टि की है कि इस मुठभेड़ में तीन आतंकवादियों को मार गिराया गया है।

श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबलों के हाथ बड़ी कामयाबी लगी है। सुरक्षाबलों ने जम्मू-कश्मीर के कुलगाम और अनंतनाग जिलों में दो अलग-अलग एनकाउंटर में 6 आतंकियों को मार गिराया। ढेर हुए आतंकियों में से 4 की पहचान कर ली गई है, जिसमें से दो पाकिस्तानी आतंकी हैं। मुठभेड़ में एक पुलिसकर्मी भी घायल हुआ है, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

कश्मीर के आईजी विजय कुमार ने बताया कि ये आतंकी जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े थे। उन्होंने इस सुरक्षा अभियान को "बड़ी कामयाबी" बताया। अधिकारियों ने कहा कि दक्षिण कश्मीर के दो जिलों में कल शाम को आतंक रोधी ऑपरेशन शुरू किए गए थे।

कश्मीर के आईजी ने ट्वीट में कहा, "दो अलग-अलग एनकाउंटर में आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद (जेएएम) के 6 आतंकी मारे गए। इन मुठभेड़ में मारे गए 6 आतंकियों में दो स्थानीय आतंकवादी जबकि दो पाकिस्तानी आतंकवादी हैं। दो अन्य आतंकियों की पहचान की जा रही है. हमारे लिए ये एक बड़ी कामयाबी है।"

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