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जम्मू: जम्मू संभाग में अपने कई दिग्गज नेताओं को खो चुकी नेशनल कांफ्रेंस अभी भी अनुच्छेद 370 की पुनर्बहाली के मुद्दे पर कायम है। इसलिए इस मुद्दे को बार-बार कुरेदा जा रहा है। गत मंगलवार को नेशनल कांफ्रेंस ने जो सात प्रस्ताव पारित किए हैं, उनमें अनुच्छेद 370 और 35-ए के प्रविधानों के साथ जम्मू कश्मीर का पूर्ण राज्य की मांग सबसे ऊपर है। यह प्रस्ताव जम्मू में नेकां अध्यक्ष डा. फारूक अब्दुल्ला की अध्यक्षता में मंगलवार को शेर-ए-कश्मीर भवन में हुए सम्मेलन में पारित किए गए हैं। उन्होंने दावा कि अनुच्छेद 370 हटने के बाद समस्याएं लगातार बढ़ी हैं। यह बात केंद्र के समझ में आएगी, लेकिन तब तक पानी सिर से निकल चुका होगा। उन्होंने जोर दिया कि हमें इसकी वापसी के लिए खुद ही रास्ता बनाना होगा। इस सम्मेलन में जम्मू, सांबा और कठुआ जिले के नेताओं और कार्यकताओं ने प्रमुख रूप से हिस्सा लिया।

नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष एवं सांसद फारूक अनुच्छेद 370 की समाप्ति को जम्मू कश्मीर के बेरोजगार युवाओं के जख्मों पर नमक छिड़कना बताया।

श्रीनगर: नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने रविवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर के विशेष राज्य का दर्जा बहाल करने के लिए प्रदेश की आवाम को किसानों की तरह बलिदान देना होगा। पार्टी के संस्थापक शेख मोहम्मद अब्दुल्ला की 116वीं जयंती के अवसर पर नसीमबाग स्थित उनके मकबरे में सभा को संबोधित करते हुए अब्दुल्ला ने ये बातें कही। हालांकि उन्होंने ये भी कहा कि उनकी पार्टी किसी भी तरह की हिंसा का समर्थन नहीं करती है।

सिंघु बार्डर पर करीब एक साल से ज्यादा वक्त तक चले आंदोलन के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीते 19 नवंबर को तीनों कृषि कानून वापस लेने का फैसला लिया था। संसद ने 29 नवंबर को शीतकालीन सत्र के पहले दिन कृषि कानूनों को निरस्त करने के लिए एक विधेयक पारित किया। इसी से प्रेरित होकर रविवार को नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष फारूख अब्दुल्ला ने कहा कि किसानों की तरह कश्मीर की आवाम को बलिदान देना होगा, तभी केंद्र सरकार जम्मू कश्मीर में विशेष राज्य का दर्जा (अनुच्छेद 370 और 35 ए) बहाल करेगी।

जम्मू: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद ने 2024 लोकसभा चुनावों में कांग्रेस पार्टी की जीत की संभावना को खारिज कर दिया है। आजाद ने कहा है कि उन्हें वह स्थिति नहीं दिख रही जिसमें कांग्रेस 300 लोकसभा सांसदों के साथ केंद्र में अगली सरकार बना ले। बता दें कि आजाद उन 23 नेताओं के समूह में भी शामिल थे जिन्होंने बीते बरस पार्टी चीफ सोनिया गांधी को चिट्ठी लिखकर कांग्रेस में व्यापक स्तर पर सुधार किए जाने की मांग रखी थी।

जम्मू-कश्मीर के पुंछ में बुधवार को एक रैली को संबोधित करते हुए आजाद ने कहा, 'अल्लाह करें 2024 में कांग्रेस पार्टी को 300 सीटें आएं लेकिन मुझे अभी तो ऐसा नहीं दिख रहा।' बता दें कि आजाद पुंछ में पार्टी कन्वेंशन को संबोधित कर रहे थे, जहां अनुच्छेद 370 हटाया जाना एक बड़ा राजनीतिक मुद्दा है। आजाद ने कहा, 'संसद में तीन साल से अकेला मैं ही अनुच्छेद 370 पर बात कर रह हूं और तो किसी ने की नहीं लेकिन जब मामला कोर्ट में है तो मैं लोगों को खुश करने के लिए, जो अभी हमारे हाथ में नहीं है उस बारे में नहीं बोलता।

जम्मू: भारतीय सेना ने पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण के करीब चीन के अपने बुनियादी ढांचे को तेजी से विकसित करने पर गहरी आपत्ति जताई है। सूत्रों के अनुसार, दोनों सेनाओं के वरिष्ठ अधिकारियों के बीच हाल ही में क्षेत्र में हुई एक उच्च स्तरीय बैठक के दौरान भारतीय सेना ने चीन के नियंत्रण रेखा पर हाईवे प्रोजेक्ट के साथ अपने विमान उतारने के लिए नए एयर स्ट्रिप बनाने की कार्रवाई पर एतराज जताया गया है।

भारतीय सेना के लिए यह चिंता का विषय है कि चीन सेना ने नियंत्रण रेखा के बिल्कुल पास लोगों को बसाने के साथ न सिर्फ सैन्य बुनियादी ढांचे को तेजी से विकसित कर रहा अपितु उसने वहां अपनी कुछ मिसाइल रेजिमेंटें भी तैनात कर दी हैं। वास्तविक नियंत्रण रेखा पर अपने फाइटर, मालवाहक विमान उतारने के लिए चीन ने पहले से काशगर, गार गुंसा व होटन में हवाई पट्टियां बना रखी हैं।

सूत्रों के अनुसार, चीन अपना बुनियादी ढांचा ऐसे इलाकों में बना रहा है यहां पहाड़ियों की ढलान में होने के कारण अमरीका व अन्य देशों के सेटेलाइट की नजर में नहीं आता है।

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