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जम्मू-कश्मीर के त्राल में एनकाउंटर, सुरक्षाबलों ने एक आतंकी किया ढेर
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श्रीनगर: श्रीनगर के रामबाग इलाके में शुक्रवार दोपहर बाद आतंकियों और सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ हुई शुरू हो गई। इस मुठभेड़ में तीन आतंकी मारे जा चुके हैं। हालांकि, मुठभेड़ बंद हो गई है, लेकिन सुरक्षा बलों का आपरेशन अभी जारी है। श्रीनगर के आइजी विजय कुमार ने तीन आतंकी मारे जाने की पुष्टि की है। राहत की बात यह है कि सुरक्षा बलों को किसी तरह का कोई नुकसान नहीं हुआ है।

प्राप्त जानकारी के मुताबिक बुधवार दोपहर को राजबाग इलाके में आतंकियों की मौजूदगी की सूचना पुलिस को मिली। पुलिस ने तुरंत सेना और सीआरपीएफ के जवानों के साथ मिलकर संयुक्त तलाशी अभियान इलाके में छेड़ दिया। सुरक्षा बलों का घेरा मजबूत होता देख आतंकियों ने जवानों पर फायरिंग शुरू कर दी। देखते ही देखते मुठभेड़ तेज हो गई। मुठभेड़ स्थल की ओर आम लोगों की आवाजाही बंद कर आतंकियों के खिलाफ अभियान तेज किया गया। शाम जब आतंकियों की ओर से काफी देर तक फायरिंग नहीं हुई तो सुरक्षा बलों ने उस जगह की तलाशी ली। इस दौरान वहां से तीन आतंकियों के शव बरामद हुए।

नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने रविवार को कहा कि पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर (पीओजेके) को फिर से हासिल करना एजेंडा में अगला कदम है। नई दिल्ली में पीओजेके विस्थापितों को समर्पित 'मीरपुर बलिदान दिवस' कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि जिस नेतृत्व में धारा 370 को खत्म करने की क्षमता और इच्छाशक्ति है, वह पाकिस्तान के अवैध कब्जे से पीओजेके को फिर से हासिल करने की क्षमता रखता है।

विभाजन मानव जाति के इतिहास में सबसे बड़ी त्रासदी थी 

मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए जितेंद्र सिंह ने कहा कि भारतीय उपमहाद्वीप का विभाजन मानव जाति के इतिहास में सबसे बड़ी त्रासदी थी। भारत को विभाजन की त्रासदी का सामना करना पड़ा, पाकिस्तान के अवैध कब्जे के कारण जम्मू और कश्मीर को तत्कालीन राज्य के एक हिस्से को खोने की दूसरी त्रासदी का सामना करना पड़ा। सिंह ने कहा कि पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर (पीओजेके) को फिर से हासिल करना एजेंडे में है।

जम्मू: जम्मू-कश्मीर के हैदरपुरा में हुए एनकाउंटर को लेकर जारी विवाद के बीच अब उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने इस मुठभेड़ की मैजेस्टेरियल जांच कराए जाने का आदेश दिया है। सिन्हा ने ट्विटर पर इसकी जानकारी देते हुए यह भी कहा कि वह सुनिश्चित करेंगे की मामले में कोई अन्याय न हो। पंद्रह नवंबर को हैदरपुरा मुठभेड़ में दो नागरिकों को मौत को लेकर केंद्र शासित प्रदेश में राजनीतिक विवाद खड़ा हो गया है। विपक्षी पार्टियां इसकी न्यायिक जांच कराए जाने की मांग कर रही थीं।

उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के कार्यालय के अकाउंट से ट्वीट किया गया, 'हैदरपुरा एनकाउंटर में एडीएम रैंक के अधिकारी की अगुवाई में मैजिस्टेरियल जांच का आदेश दिया गया है। रिपोर्ट मिलते ही जम्मू-कश्मीर प्रशासन उचित कार्रवाई करेगी। जम्मू और कश्मीर प्रशासन निर्दोष नागरिकों के जीवन की रक्षा करने की प्रतिबद्धता दोहराता है और यह सुनिश्चित करेगा कि कोई अन्याय न हो।'

बता दें कि 15 नवंबर को श्रीनगर के हैदरपुर इलाके में एक शॉपिंग कॉम्पलेक्स में आतंकियों से मुठभेड़ के दौरान दो संदिग्ध आतंकियों की मौत के साथ ही दो नागरिकों की भी मौत हुई थी।

नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती को अगले आदेश तक घर पर नजरंबद कर दिया गया है। महबूबा मुफ्ती ने बुधवार को सुरक्षा बलों की ओर से कथित तौर नागरिकों की हत्या के खिलाफ जम्मू में एक विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व किया था, जिसके बाद उनके घर पर नजरबंद बंद कर दिया गया है।

इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक मुफ्ती को उनके घर पर ही नजरंबद रखा गया है। जम्मू में विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व करते हुए महबूबा मुफ्ती ने मृतकों के शव उनके परिजनों को सौंपने की मांग की। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि जब से सशस्त्र बल विशेष अधिकार अधिनियम (अफस्पा) लागू हुआ है, निर्दोषों की हत्याओं के लिए कोई जवाबदेही नहीं है।

बता दें कि घाटी में आतंकवाद विरोधी अभियान के दौरान सोमवार शाम सुरक्षा बलों की मुठभेड़ में दो नागरिकों सहित चार लोग मारे गए। महबूबा ने पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं के साथ पार्टी के गांधीनगर स्थित मुख्यालय में प्रदर्शन किया।

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