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जम्मू: अमरनाथ गुफा के पास बुधवार को बादल फटने की सूचना है। शुरुआती जानकारी के मुताबिक इस घटना में बीएसएफ और सीआरपीएफ के कैंप को नुकसान हुआ है। हालांकि किसी प्रकार के जानमाल के नुकसान की जानकारी अभी सामने नहीं आई है। बताया जा रहा है कि जिस वक्त बादल फटा उस समय कोई भी श्रद्धालु गुफा के अंदर मौजूद नहीं था। एक अधिकारी ने बताया कि इसमें किसी तरह का कोई जानी नुकसान नहीं हुआ है और ना ही कोई घायल हुआ है। उन्होंने बताया कि पहले से ही गुफा के पास एसडीआरएफ की दो टीमें तैनात हैं और एक अतिरिक्त टीम को गांदरबल से रवाना कर दिया गया है। बता दें कि इस वर्ष अमरनाथ यात्रा स्थगित होने के चलते गुफा पर कोई यात्री मौजूद नहीं है। केवल श्राइन बोर्ड के कर्मचारी और सुरक्षाकर्मी वहां तैनात हैं। 

इस साल 28 जून से शुरू होनी थी अमरनाथ यात्रा
इस साल अमरनाथ यात्रा 28 जून से शुरू होकर 22 अगस्त तक चलनी थी, लेकिन कोरोना की वजह से इसे लगातार दूसरे साल रद्द कर दिया गया।

श्रीनगर: बारिश के मौसम में बादल फटने की एक और घटना सामने आई है। इस बार जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में बादल फटा, जिसमें चार लोगों की मौत हो गई है। किश्तवाड़ के होंजर गांव में यह घटना घटी। इसमें देखते ही देखते आठ से दस घर मलबे में तब्दील हो गए। जम्मू कश्मीर के डिप्टी पुलिस कमिश्नर ने कहा है कि घटनास्थल से सात शवों को निकाल लिया गया है। मलबे में अन्य लोगों के दबे होने की तलाश की जा रही है। केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने ट्वीट कर कहा है कि अभी 30 से 40 लोग लापता बताए जा रहे हैं।

घायलों को अस्पताल पहुंचाने के लिए एयरफोर्स की मदद ली गई है। केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि 30 से 40 लापता लोगों की खोजबीन के साथ राहत एवं बचाव कार्य के लिए राज्य आपदा मोचन बल और सेना को लगाया गया है। घटनास्थल की ओर रवाना की गई है। यह इलाका किश्तवाड़ के ऊंचाई वाले क्षेत्र में है, जहां सड़क से पहुंच पाना मुमकिन नहीं है। जम्मू की आपदा मोचन बल की टीम को भी तैयार रहने को कहा गया है। श्रीनगर से भी एसडीआरएफ की एक टीम को एयरलिफ्ट कर आपदा वाली जगह पर ले जाने को तैयार किया गया है।

श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में आतंकी हमले का फर्जीवाड़ा करने के आरोप में भाजपा के दो कार्यकर्ताओं और उनके दो पुलिस गार्डों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस सूत्रों ने कहा कि भाजपा के दो कार्यकर्ताओं ने सुरक्षा बढ़ाने और वरिष्ठ नेताओं का ध्यान आकर्षित करने के प्रयास में खुद पर हमला कराया। इशफाक अहमद, बशारत अहमद और दो निजी सुरक्षा अधिकारियों को सोमवार को अदालत में पेश किया गया। मजिस्ट्रेट ने उन्हें सात दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया।

शुक्रवार शाम को दोनों ने दावा किया कि उन पर अज्ञात बंदूकधारियों ने गोलियां चलाई थीं, जिसमें इशफाक अहमद की बांह में चोट लग गई। शुरू में पुलिस ने कहा था कि "गार्ड द्वारा गलती से गोली चलने से भाजपा कार्यकर्ता को मामूली चोट लगी।" पुलिस ने ट्वीट किया था कि कुपवाड़ा जिले में पीएसओ का हथियार दुर्घटनावश कार में चल गया, भाजपा कार्यकर्ता इशफाक मीर के हाथ में गोली लग गई। दूसरे पीएसओ ने डर के मारे गोली चला दी। इशफाक के हाथ में मामूली चोट आई है।

जम्मू: जम्मू-कश्मीर में शुक्रवार को सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच चल रही मुठभेड़ में दो आतंकी मारे गए हैं। मारे गए दोनों आतंकी लश्कर-ए-तैयबा के थे। फिलहाल तलाशी अभियान जारी है। इस ऑपरेशन को पुलिस, सेना और सीआरपीएफ की संयुक्त टीम अंजाम दे रही है।

सुरक्षा एजेंसियों को श्रीनगर के दानमार इलाके आलमदार कॉलोनी में आतंकियों के छिपे होने के इनपुट मिले थे। जिसके बाद सुरक्षाबलों ने इलाके को घेर लिया। सुरक्षाबलों ने आतंकियों को आत्मसमर्पण के लिए कहा गया। लेकिन आतंकियों ने आत्मसमर्पण नहीं किया और सुरक्षाबलों पर फायरिंग शुरू कर दी। सुरक्षाबलों ने भी जवाबी कार्रवाई की। जिसमें दो आतंकी मारे गए। आईजीपी कश्मीर विजय कुमार ने बताया है कि दोनों स्थानीय आतंकी लश्कर-ए-तैयबा के थे। फिलहाल इलाके में तलाशी अभियान चल रहा है। इस महीने में श्रीनगर में यह दूसरा एनकाउंटर है।

आईजीपी विजय कुमार के मुताबिक इस साल अब तक कश्मीर घाटी में 78 आतंकियों का खात्मा किया जा चुका है। मारे गए कुल आतंकियों में 39 दहशतगर्द लश्कर-ए-तैयबा के थे। अन्य आतंकी हिजबुल मुजाहिदीन, अल-बदर, जैश-ए-मोहम्मद और अंसार-गजवातुल-हिंद से जुड़े थे।

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