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नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): साल 2025 की पहले छह महीने के लिए दुनिया के सबसे शक्तिशाली पासपोर्ट की रैंकिंग जारी हो गई है। इस रैंकिंग को प्रतिष्ठित संस्था हेनले एंड पार्टनर्स ने प्रकाशित किया है। बता दें कि यह इंडेक्स इस आधार पर पासपोर्ट की रैंकिंग तैयार करता है कि उस पासपोर्ट को रखने वाले बिना किसी वीजा के कितने देशों में जा सकते हैं।

हेनले पासपोर्ट इंडेक्स के मुताबिक, सिंगापुर का पासपोर्ट दुनिया का सबसे ताकतवर पासपोर्ट है। जिसे रखने वाले लोग दुनिया के 195 देशों में फ्री में यात्रा कर सकते हैं। वहीं, इस इंडेक्स में भारत और पाकिस्तान को क्या रैंकिंग दी गई है, आइए जानते हैं।

सिंगापुर के बाद जापान के पास दूसरा सबसे शक्तिशाली पासपोर्ट

सिंगापुर के बाद दुनिया के सबसे शक्तिशाली पासपोर्ट में जापान दूसरे नंबर पर है। जापानी पासपोर्ट के जरिए लोगों को 193 देशों की वीजा फ्री यात्रा की अनुमति मिलती है। वहीं, जापान के बाद दक्षिण कोरिया, फ्रांस, जर्मनी, इटली, स्पेन और फिनलैंड संयुक्त रूप से तीसरे स्थान पर हैं। इनके पासपोर्ट पर 192 देशों में वीजा फ्री प्रवेश है।

वॉशिंगटन: अमेरिका के नव-निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सुप्रीम कोर्ट से अपील की कि न्यूयॉर्क में गोपनीय भुगतान (हश मनी) मामले में शुक्रवार को होने वाली सजा को रोक दिया जाए। ट्रंप के वकीलों ने बुधवार को शीर्ष कोर्ट का रुख किया, क्योंकि न्यूयॉर्क के अदालतें सजा टालने की उनकी अपील को खारिज कर चुकी थीं।

जज जुआन एम मर्चन को करना है फैसला

हश मनी मामले में सजा न्यायाधीश जुआन एम. मर्चन तय करेंगे, जिन्होंने मई में ट्रंप को 34 आपराधिक आरोपों में दोषी ठहराया था। ट्रंप पर आरोप थे कि उन्होंने अपने व्यापारिक लेन-देन को छिपाने या गलत तरीके से दिखाने के लिए कुछ दस्तावेजों में हेरफेर की।

न्यायाधीश मर्चन ने यह संकेत दिया है कि वह ट्रंप को जेल की सजा, जुर्माना या परोल (शर्तों पर रिहाई) नहीं देंगे।

ट्रंप के वकील सुप्रीम कोर्ट के एक पुराने फैसले का हवाला दे रहे हैं, जिसमें यह कहा गया था कि राष्ट्रपति को कुछ मामलों में आपराधिक आरोपों से सुरक्षा (इम्युनिटी) मिलती है।

शिजांग (तिब्बत): तिब्बत के सबसे पवित्र शहरों में से एक के निकट मंगलवार को 6.8 तीव्रता का भूकंप आया, जिसमें कम से कम 126 लोगों की मौत हो गई और 188 अन्य घायल हो गए। रिपोर्ट्स के मुताबिक सिर्फ 9 घंटों में छोटे-बड़े कुल 100 से अधिक भूकंप के झटके महसूस किए गए। तिब्बत के साथ ही पड़ोसी देश नेपाल में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए, जिसके कारण इमारतें हिलने लगीं और लोग अपने अपने घरों से बाहर निकल आए।

 तिब्बत का अंतिम सीमावर्ती शहर शिगाजे का इलाका सिक्किम से मिलता है

चीन भूकंप नेटवर्क केंद्र (सीईएनसी) ने कहा कि भूकंप की तीव्रता 6.8 थी, जबकि अमेरिकी भूवैज्ञानिक सेवा (यूएसजीएस) ने इसकी तीव्रता 7.1 बताई। क्षेत्रीय आपदा राहत मुख्यालय के अनुसार, भूकंप मंगलवार सुबह (बीजिंग समयनुसार) 9:05 बजे चीन के तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र के शिगाज़े में डिंगरी काउंटी में आया। इसका केंद्र शिगाज़े शहर के डिंगरी काउंटी के सोगो कस्बे में था। शिगाजे पूर्वोत्तर नेपाल में खुम्बू हिमालय पर्वतमाला में लोबुत्से से 90 किमी. उत्तर-पूर्व में स्थित है और यह तिब्बत का अंतिम सीमावर्ती शहर है।

शिजांग: तिब्बत की धरती आज भयानक भूकंप से दहल गई है। इस भूकंप में तिब्बत को बड़ा नुकसान उठाना पड़ा है। तिब्बत में मंगलवार को भूकंप के जोरदार झटके महसूस किये गये। इस भीषण भूकंप में 95 लोगों की मौत हो गई। जबकि 130 लोग घायल हुए हैं। चीन भूकंप नेटवर्क केंद्र (सीईएनसी) के अनुसार मंगलवार सुबह 9:05 बजे आए भूकंप की तीव्रता रिएक्टर स्केल पर 6.8 मापी गयी।

चीन की सरकारी मीडिया मुताबिक, तिब्बत के शिजांग शहर के डिंगरी काउंटी में 6.8 तीव्रता के भूकंप में 95 लोगों की मौत हुई है। 130 से अधिक लोग घायल बताए जा रहे हैं। भूकंप का केंद्र 10 किलोमीटर की गहराई में 28.5 डिग्री उत्तरी अक्षांश और 87.45 डिग्री पूर्वी देशांतर में था। इससे पहले नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी ने बताया कि मंगलवार सुबह से ही तिब्बत क्षेत्र के शिजांग में भूकंप झटके महसूस किए जा रहे हैं। यहां सुबह 6:30 बजे 7.1 तीव्रता के साथ 10 किमी गहराई पर भूकंप आया।

इसके बाद 7:02 बजे 4.7 तीव्रता, 07:07 बजे 4.9 तीव्रता और 7:13 बजे पांच तीव्रता का भूकंप आया। इसके चलते लोग घरों को छोड़कर खुले स्थानों की ओर चले गए।

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