ताज़ा खबरें
बीएसएफ जवान को पाकिस्तान ने लौटाया, अटारी बॉर्डर से वतन लौटा
न्यायमूर्ति भूषण रामकृष्ण गवई बने भारत के नए प्रधान न्यायाधीश
भारत सरकार ने पाकिस्तान उच्चायोग के अधिकारी को किया निष्कासित
कश्मीर पर दूसरे देश की मध्यस्थता भारत को मंजूर नहीं: विदेश मंत्रालय

श्रीनगर: राष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष के संयुक्त उम्मीदवार यशवंत सिन्हा ने कहा कि अगर वह राष्ट्रपति बनते हैं तो उनकी प्राथमिकताओं में कश्मीर मुद्दे का स्थायी समाधान और केंद्र शासित प्रदेश में शांति, न्याय, लोकतंत्र तथा सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए सरकार से आग्रह करना शामिल रहेगा। टीएमसी नेता सिन्हा राष्ट्रपति चुनाव में अपने पक्ष में समर्थन जुटाने के लिए केंद्र शासित प्रदेश के एक दिवसीय दौरे पर हैं। जम्मू कश्मीर में अभी कोई विधानसभा नहीं है। केंद्र शासित प्रदेश से पांच लोकसभा सदस्य हैं, इनमें तीन नेशनल कॉन्फ्रेंस से और दो भाजपा से हैं। आज की तारीख में जम्मू कश्मीर से राज्यसभा में एक भी सदस्य नहीं हैं।

सिन्हा ने संवाददाताओं से कहा, ‘अगर मैं राष्ट्रपति पद पर निर्वाचित होता हूं तो मैं बिना किसी डर या पक्षपात के विधान के संरक्षक के रूप में अपना कर्तव्य निभाऊंगा। मेरी प्राथमिकताओं में कश्मीर मुद्दे को स्थायी रूप से हल करने और शांति, न्याय, लोकतंत्र, सामान्य स्थिति बहाल करने तथा जम्मू कश्मीर के समग्र विकास के लिए सभी आवश्यक कदम उठाने का सरकार से आग्रह करना शामिल रहेगा।'

श्रीनगर: दक्षिण कश्मीर में स्थित पवित्र अमरनाथ गुफा के पास शुक्रवार शाम को बादल फटने से आई आकस्मिक बाढ़ के कारण कई लोग बह गए। हादसे में अब तक 16 लोगों के मौत की पुष्टि हुई है। एक अधिकारी ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि करीब 40 लोग लापता हैं तथा पांच को बचाया गया है। शनिवार की सुबह सारे शवों को बालटाल भेजा गया है।

बीएसएफ और एमआई 17 हेलिकॉप्टर को आगे के इलाज या शवों को उनके घरों तक पहुंचाने के लिए नीलगढ़ हेलीपैड/बालटाल से बीएसएफ कैंप श्रीनगर तक कार्रवाई में लगाया गया। आईटीबीपी की टीमें अमरनाथ गुफा के पास लापता की तलाश कर रही हैं। तलाशी अभियान जोरों पर है।

हादसे के बाद बालटाल में बसे कैम्प से पहलगाम की ओर श्रद्धालुओं की चढ़ाई को रोकने का फैसला किया गया था। खराब मौसम को देखते हुए ये फैसला लिया गया था। हालांकि, शनिवार को मौसम में सुधार आने के बाद श्रद्धालुओं का नया जत्था पहलगाम की ओर रवाना हुआ।

श्रीनगर: जम्‍मू-कश्‍मीर में पवित्र अमरनाथ गुफा के पास शुक्रवार को बादल फटने की खबर है। घटना में 15 लोगों की मौत होने की जानकारी मिली है।जबकि करीब 40 लोग लापता हैं। जानकारी के अनुसार, पवित्र गुफा के पास बादल फटा है, इसमें कुछ लंगर और टेंट के बहने की जानकारी मिली है। घटना शाम करीब साढ़े पांच बजे की है। पहलगाम पुलिस का कहना है कि एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, आईटीबीपी और रेस्क्यू एजेंसियों द्वारा बचाव अभियान जारी है। आईटीबीपी का कहना है कि कुछ लोगों के हताहत होने की आशंका है।

मीडिया रिर्पोटस के मुताबिक, अमरनाथ गुफा से दो किलोमीटर दूर बादल फटने की घटना हुई है। बताया जा रहा है कि निचले इलाकों में शाम करीब 5.30 बजे बादल फटने की सूचना मिली थी। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने घटना का संज्ञान लिया है। उन्होंने जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से फोन पर बात की। जानकारी के अनुसार, प्रशासन की टीम बादल फटने के बाद की स्थिति का आकलन कर रही है। फिलहाल नुकसान की आधिकारिक सूचना नहीं है।

श्रीनगर: अमरनाथ यात्रा खराब मौसम के कारण स्थगित कर दी गई है। दो साल ब्रेक के बाद कुछ ही दिन पहले ये तीर्थयात्रा शुरू हुई है। अधिकारियों ने बताया कि तीर्थयात्रियों को पहलगाम में नुनवार आधार शिविर से अमरनाथ गुफा मंदिर की ओर जाने की अनुमति नहीं होगी। बता दें कि पवित्र गुफा की यात्रा दो आधार शिविरों-अनंतनाग जिले के पहलगाम में नुनवानकैंप और गांदरबल जिले के बालटाल शिविर से शुरू हुई थी। तीर्थयात्रियों का पहला जत्था पिछले गुरुवार को पहलगाम आधार शिविर पहुंचा था।

बाबा बर्फानी के दर्शन के लिये 43 दिन की वार्षिक यात्रा दक्षिण कश्मीर के पहलगाम में पारंपरिक 48 किलोमीटर के नुनवान मार्ग और मध्य कश्मीर के गांदरबल में 14 किलोमीटर के बालटाल मार्ग से 30 जून को शुरू हुई थी। अधिकारियों ने बताया कि अभी तक 72000 से अधिक तीर्थयात्री पवित्र गुफा में बर्फ से बने शिवलिंग के दर्शन कर चुके हैं।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख