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जयपुर (जनादेश ब्यूरो): राजस्थान में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। ऐसे में सभी दल सत्ता के लिए पुरजोर कोशिश में जुटे हैं। पीएम मोदी ने आज राजस्थान से ही अपने लोकसभा चुनाव प्रचार अभियान का श्री गणेश किया है। इसी बीच प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बड़ा एलान किया है। सीएम गहलोत ने राजस्थान की जनता को राहत देते हुए बिजली बिलों में राहत दी है। सीएम ने घोषणा की है कि बिजली उपभोक्ताओं को पहले 100 यूनिट तक बिजली फ्री मिलेगी। चुनावी साल को देखते हुए गहलोत का ये बड़ा फैसला माना जा रहा है।

सीएम गहलोत ने कहा कि महंगाई राहत शिविरों के अवलोकन व जनता से बात करने पर फीडबैक आया कि बिजली बिलों में मिलने वाली स्लैबवार छूट में थोड़ा बदलाव किया जाए। मई महीने में बिजली बिलों में आए फ्यूल सरचार्ज को लेकर भी जनता से फीडबैक मिला, जिसके आधार पर बड़ा फैसला किया है।

सीएम गहलोत ने एलान किया है कि 100 यूनिट प्रतिमाह तक बिजली उपभोग वालों का बिजली बिल शून्य होगा। उन्हें पूर्ववत कोई बिल नहीं देना होगा।

अजमेरः केंद्र में मोदी सरकार के 9 साल पूरे होने के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बीजेपी के "जनसंपर्क अभियान" की शुरुआत करने राजस्थान के अजमेर पहुंचे। पीएम मोदी ने यहां एक जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान पीएम मोदी ने जहां एक ओर अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाईं। वहीं, कांग्रेस पर निशाना भी साधा। पीएम ने कहा कि कांग्रेस लूटने में किसी के साथ भेदभाव नहीं करती है। सबको समान भाव से लूटती है। कांग्रेस विकास के कामों में 85 फीसदी कमीशन खाने वाली पार्टी है।

पीएम मोदी ने कहा, "कांग्रेस की गारंटी देने की आदत पुरानी है। उन्होंने 50 साल पहले ही गरीबी हटाने की गारंटी दी थी, यह देश के साथ सबसे बड़ा विश्वासघात था। अब दुनिया के एक्सपर्ट कह रहे हैं कि भारत अतिगरीबी को समाप्त करने के बहुत निकट है। राजस्थान में लाखों महिलाओं और बच्चों को बचाने का काम बीजेपी सरकार ने किया।" पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने भी माना था कि कांग्रेस सरकार 100 पैसे भेजती है, तो उसमें से 85 पैसे भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ जाते थे। कांग्रेस, हर योजना में 85% कमीशन खाने वाली पार्टी है।

नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार को सत्ता में बने हुए 9 साल पूरे हो गए हैं। इस मौके पर बुधवार को वह राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के व्यापक चुनावी जनसंपर्क अभियान का श्रीगणेश करेंगे। राजस्थान के अजमेर में एक मेगा रैली से प्रधानमंत्री पार्टी (भाजपा) के पूरे महीने चलने वाले अभियान की शुरुआत करेंगे। पार्टी सूत्रों का कहना है कि प्रधानमंत्री अजमेर की उड़ान में बैठने से पहले पुष्कर के ब्रह्मा मंदिर में भी जाएंगे।

भाजपा ने अपने अहम अभियान को शुरू करने के लिए ऐसे समय में राजस्थान को चुना है, जब राज्य में कांग्रेस के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उनके पूर्व डिप्टी सचिन पायलट के बीच नेतृत्व का संघर्ष जारी है। हांलाकि कांग्रेस आलाकमान ने पिछले दिनों दोनों नेताओं की दिल्ली में बैठक आयोजित करवाकर एकजुटता का संदेश देने की कोशिश की है।

गौरतलब है कि पीएम नरेंद्र मोदी की रैली, दिल्ली में अशोक गहलोत और सचिन पायलट की कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे और कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात के एक ही दिन बाद होने जा रही है।

नई दिल्ली (आशु सक्सेना): राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उनके प्रतिद्वंद्वी पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट के साथ बैठक के बाद कांग्रेस की एकता प्रदर्शित करने की कोशिश अभी भी कई अनसुलझे सवाल छोड़ गई है। सवाल यह है कि सत्ता के बंटवारे को लेकर सूबे के इन दोनों शीर्ष नेताओं के बीच जो संघर्ष पिछले चार साल से चल रहा है। कांग्रेस को उसका निपटान करना अभी बाकी है। दरअसल, इस साल के आखिर में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी के भीतर चल रहे, इस झगड़े को सुलझाया नहीं गया, तो विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की सत्ता में वापसी की संभावनाओं पर इसका विपरित प्रभाव पड़ सकता है।

सूत्रों का कहना है कि अशोक गहलोत और सचिन पायलट के साथ कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी के बीच चार घंटे की बैठक में सत्ता साझा करने के फॉर्मूले पर कोई सहमति नहीं बन पाई है। बैठक के बाद अशोक गहलोत के बाहर निकलने वाले दृश्‍यों ने उन खबरों की पुष्टि की है, जिनमें पायलट के साथ उनकी अनबन हमेशा की तरह मजबूत है। गहलोत ने आज सुबह कहा कि वह पायलट के साथ काम करेंगे और चुनाव जीतेंगे।

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