ताज़ा खबरें
वक्फ कानून के खिलाफ नई याचिका पर सुनवाई से सुप्रीम कोर्ट का इंकार

नई दिल्ली: दिल्ली से आगरा जाने वाली भारत की पहली सेमी हाईस्पीड ट्रेन गतिमान एक्सप्रेस के यात्रियों को न केवल उनकी सीटों पर ट्रेन होस्टेस की सेवाएं और गुलाब के फूल दिये जाएंगे बल्कि उन्हें फिल्मों, समाचार और कार्टून जैसी मल्टीमीडिया सामग्री की भी नि:शुल्क सेवा मिलेगी। निजामुद्दीन-आगरा गतिमान एक्सप्रेस को आज (मंगलवार) रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने निजामुद्दीन स्टेशन से हरी झंडी दिखाई और यह अपने पहले सफर पर निकल पड़ी। ताज के शहर का दीदार करने जाने वाले पर्यटकों को आकर्षित करने वाली यह ट्रेन 160 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ेगी और 100 मिनट में 200 किलोमीटर की दूरी तय करेगी। रेल मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘हम पहली सेमी-हाईस्पीड ट्रेन में यात्रियों को सर्वश्रेष्ठ सेवा प्रदान करने का प्रयास कर रहे हैं। यात्रियों को जहां गुणवत्तापरक खानपान कई विकल्पों के साथ परोसा जाएगा, वहीं उन्हें उनकी सीटों पर ही मल्टीमीडिया मनोरंजन की मुफ्त सुविधा भी मिलेगी।’’

इस्लामाबाद: पठानकोट एयरफोर्स बेस पर आतंकवादी हमले को लेकर पाकिस्तानी जेआईटी की रिपोर्ट लीक हो गई है, जिसमें हमले को भारत द्वारा किया गया नाटक करार दिया गया है। जेआईटी की रिपोर्ट में कहा गया है कि इस बात के कोई सबूत नहीं मिले हैं कि हमलावर पाकिस्तान से घुसे थे। यह दावा जेआईटी की रिपोर्ट के हवाले से टीवी चैनल पाकिस्तान टुडे ने किया। इस जांच रिपोर्ट में जेआईटी ने आरोप लगाया कि भारत ने जांच में सहयोग नहीं दिया। इससे पूर्व भारत से वापसी के एक दिन बाद पठानकोट हमले की जांच कर रही पाकिस्तानी संयुक्त जांच टीम (जेआईटी) ने दावा किया था कि भारतीय अधिकारी उन्हें साक्ष्य मुहैया कराने में ‘‘असफल’’ रहे हैं, जो यह साबित कर सके कि पाकिस्तान आधारित आतंकवादियों ने वायुसेना बेस पर हमला किया था। जिओ न्यूज ने जेआईटी के करीबी सूत्रों का हवाला देते हुए कहा था कि पाकिस्तानी जांचकर्ताओं को सैन्य बेस में मुख्य द्वार के बजाए एक छोटे रास्ते से अंदर ले जाया गया और उनका दौरा सिर्फ 55 मिनट का था। उतने समय में उस सैन्य स्टेशन में बस थोड़ा सा ही घूमा जा सका और इतने समय में जेआईटी साक्ष्य एकत्र नहीं कर सकी।

नई दिल्ली: भारत ने अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की उस टिप्पणी पर सोमवार को तीखी प्रतिक्रिया जतायी जिसमें उन्होंने भारत से अपने परमाणु हथियारों में कमी लाने के लिए कहा था। भारत ने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि देश की रक्षा जरूरतों की ‘समुचित समझ का अभाव है।’ विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने कहा कि पारंपरिक रूप से भारत ने कभी किसी पड़ोसी के खिलाफ कोई सैन्य कार्रवाई शुरू नहीं की है। भारत की परमाणु हथियारों का पहले इस्तेमाल नहीं करने की नीति है। उन्होंने कहा, ‘हां, हमने उन टिप्पणियों को देखा है। ऐसा लगता है कि भारत की रक्षा जरूरतों की समुचित समझ का अभाव है। भारत ने किसी भी पड़ोसी के खिलाफ कभी सैन्य कार्रवाई शुरू नहीं की है। इसके साथ ही हमारी परमाणु हथियार पहले इस्तेमाल नहीं करने की नीति है।’ उन्होंने कहा, ‘चूंकि संदर्भ परमाणु सुरक्षा सम्मेलन था, राष्ट्रपति ओबामा की स्वयं की टिप्पणी वैश्विक चिंता की ओर ध्यान केंद्रित करने वाली है कि ‘कुछ देशों में परमाणु हथियार बढ़ रहे हैं तथा कुछ छोटे परमाणु हथियारों की चोरी होने के अधिक खतरे हो सकते हैं।’

नई दिल्ली: कर चोरों की पनाहगाह माने जाने वाले पनामा में कई भारतीयों द्वारा विभिन्न कंपनियों में धन लगाने के सनसनीखेज खुलासे पर सरकार ने सोमवार को इस पूरे मामले पर एक बहु-पक्षीय एजेंसी समूह का गठन किया है। यह समूह पनामा की एक विधि फर्म के लीक हुए दस्तावेजों की सूचनाओं पर लगातार निगरानी करेगा। वित्त मंत्री अरूण जेटली ने समूह के गठन की घोषणा करते हुए कहा है कि जिन लोगों ने विदेशों में अपनी अघोषित आय व संपत्तियों का हिसाब देने के लिए सरकार की ओर से गतवर्ष उपलब्ध कराए गए मौके (अनुपालन खिड़की) का लाभ नहीं उठाया। उन्होंने यह खिलवाड़ बहुत महंगा पड़ेगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पनामा के खुलासे पर आज सुबह उनसे बात की और उनकी सलाह पर एजेंसियों का समूह गठित किया गया है। इसमें कंेद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी), भारतीय रिजर्व बैंक और वित्त मंत्रालय की वित्तयी आसूचना इकाई (एफआईयू) के अधिकारी शामिल हैं। याद रहे कि लाखों की संख्या वाले इन दस्तावेजों में कम से कम 500 भारतीयों के नाम भी बताए गए हैं जिनमें फिल्म कलाकार और उद्योगपति शामिल हैं।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख