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रियाद: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को यहां विशेष सद्भावना दिखाते हुए एक प्रमुख निर्माण परियोजना के भारतीय श्रमिकों (मजदूर) के समूह के साथ भोजन किया। मोदी ने एलएंडटी श्रमिक आवासीय परिसर में श्रमिकों को संबोधित करने के बाद उनके साथ बैठकर भोजन किया। इस संबोधन में उन्होंने सऊदी अरब के विकास में उनके योगदान की सराहना की। प्रधानमंत्री मोदी ने भारतीय श्रमिकों के साथ भोजन किया और उनसे बातचीत की। मोदी ने श्रमिकों के साथ भोजन करते हुए एक तस्वीर ट्वीट करके लिखा, ‘सऊदी अरब में एलएंडटी वर्कर्स आवासीय परिसर में एकसाथ भोजन करते हुए और एक दूसरे के विचार एवं अनुभव सुनते हुए।’ श्रमिकों ने प्रधानमंत्री की इस सद्भावना के लिए उनकी प्रशंसा की। केरल के एक श्रमिक ने कहा, ‘यह अभूतपूर्व है। हम इसे कभी नहीं भूलेंगे।’ भारत के श्रमिक यहां एलएंडटी की दो अरब डॉलर के आवासीय परियोजना से जुड़े हैं। इससे पहले श्रमिकों को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा, ‘प्रिय भाइयों, आपकी मेहनत और पसीना मुझे यहां लेकर आया है।’

नई दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने आज (शनिवार) शराब कारोबारी विजय माल्या को तीसरा और संभवत: आखिरी समन जारी कर उन्हें 9 अप्रैल को मुंबई में जांच अधिकारियों के समक्ष पेश होने को कहा है। करीब 900 करोड़ रुपए के आईडीबीआई कर्ज धोखाधड़ी मामले में धनशोधन जांच कुो लेकर ईडी ने माल्या को यह समन भेजा है। शुक्रवार को माल्या ने एजेंसी के सामने अपना बयान दर्ज कराने के लिए मई तक की मोहलत मांगी थी। उन्होंने कहा था कि वह मुंबई स्थित ईडी के क्षेत्रीय कार्यालय में आज यानी दो अप्रैल को पेश नहीं हो पाएंगे। सरकारी सूत्रों ने बताया कि ईडी के मुंबई कार्यालय में तैनात जांच अधिकारियों ने आज यूनाइटेड ब्रेवरीज (यूबी) ग्रुप के प्रमुख को ताजा समन जारी कर उन्हें 9 अप्रैल को व्यक्तिगत तौर पर पेश होने को कहा है। ईडी अधिकारियों ने संकेत दिए कि यह माल्या को भेजा गया आखिरी समन हो सकता है, क्योंकि जांच अधिकारी (आईओ) अब तक तकनीकी और कानूनी आधार पर उनकी पेशी टालने का अनुरोध मानते रहे हैं। उन्होंने बताया कि धनशोधन रोकथाम कानून (पीएमएलए) के तहत अमूमन तीन समन भेजे जाते हैं और अगले शनिवार की नई तारीख तक यह पूरा हो जाएगा। ईडी अधिकारियों ने यह भी कहा कि आईओ ने मई तक की मोहलत देने की माल्या की अर्जी खारिज कर दी थी क्योंकि उनका जांच में हिस्सा लेना अहम है और इसलिए उन्हें सिर्फ अगले शनिवार तक का वक्त दिया गया है।

रियाद: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तेल की प्रचुरता वाले देश सउदी अरब की दो दिवसीय यात्रा पर शनिवार को रियाद पहुंचे। इस देश की मोदी की पहली यात्रा है। इस यात्रा के दौरान दोनों देश अपने सामरिक भागीदारी को मजबूत करने के समझौते करने के साथ ही सुरक्षा और आतंकवाद से निपटने के क्षेत्र में आपसी सहयोग को बढ़ावा देने पर जोर देंगे। मोदी और सउदी नेतृत्व के बीच होने वाली वार्ताओं में आतंकवाद और कट्टरवाद के खतरों से निपटने का विषय प्रमुख रहेगा। सउदी अरब इस्लाम का आध्यात्मिक स्थल माना जाता है जिसने हाल ही में आतंकवाद खासकर आईएसआईएस के खिलाफ लड़ने के लिए 34 मुस्लिम देशों का एक बड़ा गठबंधन बनाया है। विश्व के सबसे बड़े तेल उत्पादक देशों में से एक सउदी अरब के साथ भारत के संबंध पिछले दो दशकों में काफी प्रगाढ़ हुए हैं। ऊर्जा संबंधों पर आधारित इन रिश्तों को अब खरीदार और बेचने वाले से आगे बढ़कर संयुक्त उद्यमों, रिफायनरियों तथा तेल क्षेत्र में निवेश की ओर विकसित करने के प्रयास होंगे। इस संदर्भ में मोदी इस खाड़ी देश में तेल एवं गैस उत्खनन में भारतीय कंपनियों की भागीदारी को और गहरा करने का प्रयास करेंगे। कच्चे तेल के दामों में कमी के कारण सउदी अरब की अर्थव्यवस्था पिछले दिनों मंदी के दौर से गुजर रही है।

नई दिल्ली : पठानकोट के वायु सेना अड्डे पर आतंकी हमले के मामले में जांच के लिए पाकिस्तान के संयुक्त जांच दल (जेआईटी) की भारत यात्रा के बाद अब भारतीय जांचकर्ता इस जांच को आगे बढ़ाने के लिए पाकिस्तान का दौरा करेंगे। आज लौटे पाकिस्तानी जांच दल के साथ पांच दिन की बातचीत खत्म होने पर एनआईए के महानिदेशक शरद कुमार ने यहां संवाददाताओं से कहा कि भारतीय दल की यात्रा की तारीख बाद में तय की जाएगी। उन्होंने कहा, ‘हमने यह बात रखी कि पाकिस्तान में जांच के लिए राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के एक दल को उस देश में भेजा जा सकता है क्योंकि साजिश वहां रची गयी है। उन्होंने इस विचार का स्वागत किया और तारीखें बाद में तय की जाएंगी।’ कुमार ने कहा कि एनआईए ने जेआईटी के सामने जैश-ए-मोहम्मद के ओहदेदारों और आतंकवादियों के आकाओं के खिलाफ ‘ठोस सबूत’ पेश किये। उन्होंने किसी का नाम लिये बिना कहा, ‘एनआईए ने जैश के कुछ वरिष्ठ ओहदेदारों की आवाज के नमूने भी मांगे।’

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