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वक्फ कानून के खिलाफ नई याचिका पर सुनवाई से सुप्रीम कोर्ट का इंकार

इस्लामाबाद: पनामा पेपर्स लीक विवाद के बीच पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ दो अरब रुपये की निजी संपत्ति के साथ देश के सबसे अमीर नेता के तौर पर उभरे हैं। गौरतलब है कि महज चार साल में उनकी संपत्ति में करीब एक अरब रुपये का इजाफा हुआ है। पाकिस्तान के चुनाव आयोग ने गुरुवार को 2015 के लिए शरीफ की संपत्ति का ब्योरा जारी किया, जिसके बारे में उन्होंने कानून के मुताबिक चुनाव संस्था को अपनी मौजूदा संपत्ति के बारे में सूचित किया था। शरीफ और उनकी पत्नी की संपत्ति की कीमत करीब दो अरब रुपये है। पिछले चार साल में उनकी संपत्ति में एक अरब रुपये से अधिक का इजाफा हुआ है। बहरहाल, विदेश में उनकी कोई संपत्ति नहीं है। साल 2011 में उनकी संपत्ति की कीमत 16.6 करोड़ रुपये थी और 2012 में यह बढ़कर 26.16 करोड़ रुपये हो गई, जबकि 2013 में 1.82 अरब रुपये की संपत्ति के साथ उन्हें अरबपति घोषित किया गया। चुनाव आयोग ने बताया कि शरीफ को 2015 में उनके बेटे हुसैन नवाज से 21.5 करोड़ रुपये से अधिक की राशि प्राप्त हुई थी। इससे पहले उनके बेटे ने 2014 और 2013 में उन्हें क्रमश: 23.9 करोड़ रुपये और 19.75 करोड़ रुपये की राशि भेजी थी।

वाशिंगटन: अमेरिका के वित्त मंत्री जैकब ल्यू ने बुधवार को बताया कि बीस डॉलर के नोट पर अमेरिकी इतिहास की दासप्रथा विरोधी महिला हेरिएट टबमेन की तस्वीर लगाए जाने की योजना है। ल्यू ने बुधवार को एक टेलीकांफ्रेंस में कहा, ‘‘मैं यह घोषणा करते हुए बहुत उत्साहित महसूस कर रहा हूं कि एक सदी से अधिक समय के बाद पहली बार हमारी मुद्रा पर एक महिला की तस्वीर अंकित होगी।’’ ल्यू ने बताया, नवीन डिजाइन युक्त बीस डॉलर के इस नोट पर व्हाइट हाउस के साथ ही राष्ट्रपति एंड्रयू जैक्सन की छवि भी रहेगी। पिछले साल जून में वित्त विभाग ने अपनी एक आरंभिक योजना की जानकारी दी थी, जिसके तहत 10 डॉलर के नोट पर ऐलेक्जैंडर हैमिल्टन के स्थान पर किसी ऐतिहासिक महिला शख्सियत की तस्वीर लगाई जानी थी। लेकिन, इस योजना को पूरे देश में आलोचना का सामना करना पड़ा था। हैमिल्टन संयुक्त राज्य अमेरिका के पहले वित्त मंत्री थे। वह महान अर्थशास्त्री और देश की आर्थिक प्रणाली के वास्तुकार माने जाते हैं। इसलिए लोगों ने इस योजना को खारिज कर दिया था।

रियाद: अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने संबंधों के तनाव के बावजूद आज सऊदी अरब में खाड़ी देशों के नेताओं से मुलाकात कर इस्लामिक स्टेट समूह के खिलाफ अभियान तेज करने पर जोर दिया। राष्ट्रपति के तौर पर ओबामा के कार्यकाल में सिर्फ नौ माह बचे हैं और ऐसे में यह शायद राष्ट्रपति के तौर पर उनका आखिरी खाड़ी दौरा होगा। ओबामा ने खाड़ी के छह देशों के नेताओं के साथ शिखर सम्मेलन में ली गई तस्वीर पोस्ट की। इसमें सऊदी के शाह सलमान भी नजर आ रहे हैं। अपने कार्यकाल के आखिरी दौर में ओबामा उन सुन्नी सहयोगियों को फिर से भरोसे में लेने की कोशिश कर रह हैं जो उनके क्षेत्रीय प्रतिद्वंद्वी यानी शिया बहुल ईरान के साथ अमेरिका के बढ़ते संबंधों से नाराज हैं। इराक और सीरिया के व्यापक हिस्सों पर कब्जा कर चुके इस्लामिक स्टेट के खिलाफ हाल के महीनों में प्रगति होने के बाद ओबामा ने सउदी की राजधानी में खाड़ी देशों की सहयोग परिषद के शिखर सम्मेलन में शिरकत की है। सऊदी अरब और अन्य खाड़ी देश अमेरिकी नेतृत्व वाले गठबंधन में शामिल हैं। यह गठबंधन आईएस के खिलाफ हवाई हमले करता है। इराक में लगभग 4000 अमेरिकी सैनिक इस अभियान के तहत तैनात हैं।

काहिरा: धन की कमी से जूझ रहा खुद को इस्लामिक स्टेट बताने वाला आतंकी संगठन आईएसआईएस अपने घायल लड़ाकों को जान से मार रहा है, ताकि उनके अंग निकालकर विदेशों में अवैध तरीके से बेचे जा सकें। अरबी भाषा के अखबार अल-सबाह ने इराकी शहर मोसुल में एक अज्ञात सूत्र के हवाले से एक खबर में कहा, 'डॉक्टरों को एक जख्मी आईएसआईएल आतंकवादी के शरीर के अंग निकालने के लिए धमकाया गया।' इरानी न्यूज एजेंसी फार्स की खबर के अनुसार, संगठन के आतंकवादियों को मोसुल के दक्षिणी हिस्से में नुकसान के बाद बजट कम पड़ने लगा है और इस वजह से वे खबरों के मुताबिक अपने उन आतंकियों को ही मार रहे हैं, जो घायल हो चुके हैं। ऐसा उनके दिल और गुर्दे निकालकर उन्हें बेचने के लिए किया जा रहा है। अखबार के अनुसार आईएसआईएस मोसुल की जेलों में कैदियों को रक्तदान करने के लिए मजबूर करता है और उनकी मौत की सजा को टालने का प्रयास करता है, ताकि ज्यादा से ज्यादा उनके खून का फायदा उठाया जा सके।

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